दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) द्वारा यमुना नदी के पश्चिमी तट का सफलतापूर्वक कायाकल्प कर दिया गया है. प्राधिकरण ने नदी के पूर्वी तट के सौन्दर्यीकरण की योजना बनाई है, जिसमें लगभग 1,500 हेक्टेयर भूमि को पूर्वी हिस्से में शामिल किया जाएगा.
डीडीए अधिकारियों ने बताया कि परियोजना के लिए भूवैज्ञानिक, भूस्वामी, हरियाली का उचित प्रबंध करने के लिए पर्यावरणविद् एवं पुनर्जीवित पारिस्थितिकी तंत्र सहित अन्य विशेषज्ञों की मदद लेगें. इस पूर्वी हिस्से को सभी बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी जिसमें बैठने के लिए बैंच, बेहतर मार्ग और छाया के लिए भी उचित इंतजाम किये जाएंगें.
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने सोमवार को डीडीए के अधिकारियों की एक समीक्षा बैठक की. बैठक में डीडीए अधिकारी ने बताया कि एलजी के निर्देशों के बाद डीडीए ने यमुना के किनारे 1,476 हेक्टेयर के रिवरफ्रंट विकास की योजना तैयार की गई थी.
परियोजना के कुल क्षेत्र को 10 अलग-अलग भागों में बांट दिया गया है. जिसमें रेलवे ब्रिज टू आईटीओ बैराज (पूर्वी तट), एनएच-24 से डीएनडी फ्लाईवे (पूर्वी तट), वज़ीराबाद बैराज से आईएसबीटी ब्रिज (पूर्वी तट), आईटीओ बैराज से एनएच-24 (पूर्वी तट) शामिल हैं.