संक्षिप्त नदी –
पश्चिमी भारत की नदियों में से एक दामोदर नदी एक छोटी जलधारा के रूप में बहती है. यह नदी मुख्यतः झारखंड व पश्चिम बंगाल राज्य के बीच प्रवाहित होती है. दामोदर नदी का उद्गम झारखंड राज्य में स्थित छोटा नागपुर की पहाड़ियों से होता है. यह हुगली नदी की प्रमुख सहायक नदी है तथा झारखंड से बहते हुए दामोदर नदी पश्चिम बंगाल में हुगली नदी में मिल जाती है.
दामोदर का सफ़र –
दो राज्यों के अपने सफ़र में दामोदर नदी सीमित क्षेत्रों में बहती है. छोटा नागपुर की पहाड़ियों के बीच प्रवाहित होने के बाद यह नदी झारखंड के मैदानी भागों में प्रवाहित होती है, जहां से पश्चिम बंगाल राज्य की सीमा में प्रवेश करती है. पश्चिम बंगाल में दामोदर नदी का संगम हुगली नदी से होता है, किन्तु हुगली में मिलने से पहले दामोदर नदी में बराकर, बोकारो व कोनार नामक इसकी सहायक नदियां आकर समाहित हो जाती हैं. अंत में दामोदर व हुगली नदी की संयुक्त जलधारा बंगाल की खाड़ी में समा जाती है.
दामोदर घाटी परियोजना –
दामोदर नदी पर बनी ‘दामोदर घाटी परियोजना’ स्वतंत्रता के बाद भारत की किसी भी नदी पर बनी पहली बहुउद्देशीय परियोजना है, जो कि अमेरिकी ‘टेनेसी घाटी परियोजना’ पर आधारित है. यह भारत की सबसे बड़ी व महत्वपूर्ण परियोजनाओं में से एक है, जिसके अंतर्गत एक बैराज व आठ बांध बने हुए हैं.
दामोदर घाटी परियोजना की विशेषता यह है कि इसमें पानी के साथ ही कोयले व गैस से भी विद्युत का उत्पादन किया जाता है. दामोदर नदी को पहले इसमें आने वाली बाढ़ के चलते ‘बंगाल का शोक’ कहते थे तथा बाढ़ को रोकने के लिए ही भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू द्वारा ‘दामोदर घाटी परियोजना’ की नींव रखी गई थी.