पानी की कहानी
  • होम
  • जानें
  • रिसर्च
  • संपर्क करें

हिंडन नदी – निर्मल हिंडन अभियान गीत का वीडियो एवं डॉक्यूमेंट्री जल्द ही होंगे प्रसारित

  • By
  • Rakesh Prasad Rakesh Prasad
  • August-24-2018

हरनंदी नाम से विख्यात हिंडन नदी महाभारतकालीन नदी के रूप में विख्यात है, जो अपार संस्कृतियों को अपने आँचल में समेटे हुए आज आधुनिकता की अंधी दौड़ में विकास के नाम पर अत्याधिक प्रदूषण से मैली हो रही है. हिण्डन नदी के अस्तित्व की रक्षा व इसे पूर्वावस्था में लाने के क्रम को केवल सामूहिक प्रयासों से ही बल दिया जा सकता है. इसी जिम्मेदारी का अहसास कराने तथा हिंण्डन नदी के महत्व एवं संरक्षण के प्रति जागरूकता बढाकर जनमानस की सोच में बदलाव लाने के उद्देश्य से “निर्मल हिण्डन कार्यकम” का सृजन किया गया है, जिसके अन्तर्गत विभिन्न कार्यक्रमों की श्रृंखला के माध्यम से हिंडन को अविरल व स्वच्छ बनाया जा रहा है.  

 हरनंदी नाम से विख्यात हिंडन नदी महाभारतकालीन नदी के
रूप में

निर्मल हिंडन अभियान के तहत मेरठ मंडलायुक्त डॉ. प्रभात कुमार के नेतृत्त्व में हिंडन नदी को पुनर्जीवन देने के क्रम में बहुत से प्रयास निरंतर किये जा रहे हैं, जैसे- निर्मल हिंडन उद्गम स्थल यात्रा, सम्मेलन, समितियां, बैठक, श्रमदान, वन महोत्सव इत्यादि तथा इन सभी प्रयासों को बैलेट बॉक्स इंडिया के माध्यम से संकलित एवं दस्तावेजित किया जा रहा है. इसी अभियान के अंतर्गत प्रसिद्द रागिनी गायक ब्रहमपाल नागर द्वारा निर्मल हिंडन पर तैयार की गयी रागिनी “जय जय हरनंदी माई” को अब वीडियो के जरिये जन जन तक पहुँचाने का प्रयास बैलेट बॉक्स टीम जोश एवं उत्साह के साथ कर रही है.

हरनंदी नाम से विख्यात हिंडन नदी महाभारतकालीन नदी के
रूप में

टीम के प्रमुख सदस्यों स्वर्णताभ और अमित कुमार ने हिंडन और उसकी सहायक नदियों के किनारों का दौरा कर वीडियो शूटिंग की तैयारी प्रारंभ कर दी है, जल्द ही वीडियो रिलीज़ कर हिंडन से जुड़े सभी जनपदों में इसे प्रचारित-प्रसारित किया जाएगा, जिससे लोगों में हिंडन नदी के प्रति जुड़ाव बढ़ सके तथा निर्मल हिंडन अभियान के लिए यथायोग्य जनजागरण लाया जा सके.

हरनंदी नाम से विख्यात हिंडन नदी महाभारतकालीन नदी के
रूप में

ज्ञातव्य हो कि निर्मल हिंडन अभियान मेरठ आयुक्त डॉ. प्रभात कुमार की अध्यक्षता में चलाया जा रहा एक ऐसा कार्यक्रम है, जिसने लोगों को नदी तंत्र के प्रति सम्मान व्यक्त करने का एक स्वर्णिम अवसर प्रदान किया है  और यह सोचने का भी कि आज समय है कि भारत में नदियों के आगे हाथ केवल श्रद्धा से जुड़े नहीं अपितु उनके सुधार की दिशा में आगे बढें. इस कार्यक्रम के अंतर्गत मई, 2018 तक प्रथम चरण (हिंडन स्वच्छता एवं वाटर रिचार्जिंग) को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है. अपने आप में ही अनूठा यह अभियान सरकारी तंत्र एवं जनता के संयुक्त प्रयासों से अनवरत जारी है.  

 हरनंदी नाम से विख्यात हिंडन नदी महाभारतकालीन नदी के
रूप में 

निर्मल हिंडन अभियान के लिए किये जा रहे अनगिनत प्रयासों में से एक रागिनी गायक धर्मपाल नगर द्वारा गाया गया गीत “जय जय हरनंदी माई” अब तक केवल ऑडियो में ही उपलब्ध था, जिसे वीडियो में दर्शाने की कोशिशें अब जारी हो चुकी हैं. नीर फाउंडेशन के निदेशक एवं नदी संरक्षण कार्यों में अग्रणी रमन कांत त्यागी, निर्मल हिंडन समन्वयक धर्मवीर कपिल एवं निर्मल हिंडन अभियान के संस्थापक डॉ. प्रभात कुमार ने स्वयं हिंडन के किनारों पर भ्रमण कर बैलेट बॉक्स टीम के स्वर्णताभ और अमित कुमार को मार्गदर्शित करते हुए मेरठ व बागपत में बहने वाली हिंडन, कृष्णी के तटों पर शूटिंग कार्यों में सहभागिता की.

टीम सदस्यों के अनुसार जल्द ही धार्मिक स्थलों जैसे बालैनी आश्रम, पुरा महादेव व बरनावा लाक्षागृह की भी शूटिंग सम्पन्न की जाएगी और साथ ही निर्मल हिंडन कार्यक्रम की एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म एवं पुस्तक भी तैयार की जा रही है, जिसके लिए भी शूटिंग कार्य जारी है. हिंडन के उद्गम स्थल की शूटिंग पहले ही निर्मल हिंडन यात्रा के अंतर्गत की जा चुकी है. बरनावा में कृष्णी नदी के निकट मंडलायुक्त डा. प्रभात कुमार का एक इंटरव्यू भी शूट किया गया, जिसमें उन्होंने इस अभियान से जुड़ी विस्तृत जानकारी टीम सदस्यों एवं अन्य कार्यकर्ताओं को दी.

 

हमसे ईमेल या मैसेज द्वारा सीधे संपर्क करें.

क्या यह आपके लिए प्रासंगिक है? मेसेज छोड़ें.

Related Tags

HINDON NADI(4) NIRMAL HINDON ABHIYAAN(1)

More

  • पानी की कहानी - क्रिसमस डे के मौके पर मोहम्मदी क्षेत्र में विवेकानंद घाट पर चलाया गया स्वच्छता अभियान

  • हसदेव अरण्य कोयला खनन - उद्योग, आर्थिक विकास आवश्यक लेकिन क्या जीवनदायक जंगल, साफ पानी, ताजी हवा जरूरी नहीं

  • पानी की कहानी - नीम नदी को पुनर्जीवन देने के भागीरथ प्रयास हुए शुरू

  • पानी की कहानी - नर्मदा निर्मलता से जुड़े कुछ विचारणीय सुझाव

  • पानी की कहानी - हिंडन नदी : एक परिचय

  • Exhibition and Workshop on Urban Water System in Gurgaon: Pathways to Sustainable Transformation Event

  • नेशनल वाटर कांफ्रेंस एवं "रजत की बूँदें" नेशनल अवार्ड ऑनलाइन वेबिनार 26 जुलाई 2020 Event

  • पानी की कहानी - लॉक डाउन के नियमों का उल्लंघन करते हुए जारी है यमुना नदी से अवैध खनन

  • Acute Encephalitis Syndrome Reduction through Promotion of Environmental Sanitation and Safe Drinking Water Practices

  • पचनदा बांध परियोजना - डैम प्रोजेक्ट पूरा होने से बीहड़ांचल को मिलेगा धार्मिक महत्त्व, बनेगा पर्यटन केंद्र

  • पानी की कहानी - हिंडन को प्रदूषण मुक्त करने के लिए एनजीटी ने शुरू किये प्रयास, पर्यावरण विशेषज्ञों ने जन सहभागिता को बताया अहम

  • मनियारी नदी - शहर भर के कचरे का डंपिंग स्टेशन बनती एक सदानीरा नदी की कहानी

  • पानी की कहानी - कचरा डंपिंग ने भूगर्भीय जल को बना दिया विषैला, सरकार को नियम बनाने में लग गए 49 साल

  • खारुन नदी - जहरीली होती जा रही है रायपुर की जीवन रेखा खारुन नदी, समय रहते संरक्षण जरुरी

  • पहुज नदी - धीरे धीरे मर रही एक प्राचीन नदी की कहानी

  • कंडवा नदी – समाज और प्रशासन की अवहेलना झेल रही कंडवा की कब बदलेगी तस्वीर?

  • उल्ल नदी - औद्योगिक प्रदूषण, सीवेज और अवैध अतिक्रमण से जूझ रही है शारदा की यह सहायक

  • कठिना नदी - विभिन्न स्थानों पर सूख गयी है गोमती की यह प्रमुख सहायक

  • पानी की कहानी - बिहार जल प्रदूषण के बीच हर घर शुद्ध जल के सरकारी दावों की योजना

  • अरवरी नदी - सामुदायिक संकल्पों से पुनर्जीवित हुयी एक मृत नदी की कहानी

  • पानी की कहानी - गंगा संरक्षण आवश्यक, फिर गंगा बेसिन की सहायकों, जलाशयों, भूगर्भीय जल स्त्रोतों की अनदेखी क्यों?

  • पानी की कहानी - अटल भूजल योजना के जरिये घर घर पानी पहुँचाने का मोदी सरकार का मिशन

  • पानी की कहानी - गाज़ियबाद में हिंडन को स्वच्छ करने का अभियान, नालों के पानी को साफ़ करने के लिए बनेगा ट्रीटमेंट प्लांट

  • दाहा नदी - लुप्त होने की कगार पर है सीवान जिले की जीवनरेखा, संरक्षण के प्रयास जरुरी

  • फल्गु नदी - अतिक्रमण और प्रदूषण की मार झेल रही है आस्था की प्रतीक रही फल्गु नदी

  • भैंसी नदी - विगत एक दशक से सूखी पड़ी है गोमती की यह सहायक

  • प्रदूषण कर रहा है हमारे वायु, आहार और जल को विषाक्त - माइक्रोफारेस्ट बनाकर धरती को दे सकते हैं पुनर्जीवन

  • पानी की कहानी - मर रही हैं हमारी बारहमासी नदियां, पारिस्थितिक और सांस्कृतिक संवर्धन जरुरी

  • प्राकृतिक जल स्त्रोतों के लिए धीमा जहर है प्लास्टिक – समय रहते बचाव जरुरी

  • पानी की कहानी - गाज़ियाबाद, गौतमबुद्धनगर और सहारनपुर जिले बना रहे हैं हिंडन को बीमार

  • पानी की कहानी- मानक से अधिक हो रहा कीटनाशक का इस्तेमाल, नाले के जहरीले पानी से 25 भैंसो की मौत

  • पानी की कहानी- यमुना के पश्चिमी तट के बाद पूर्वी तट का होगा सौन्दर्यीकरण

  • पानी की कहानी - गायब हो रहा है गोमुख ग्लेशियर, खतरे में गंगा का अस्तित्व

  • पानी की कहानी - मनरेगा फंड से होगा नदियों का पुनर्रूद्धार

  • गगास नदी

  • विनोद नदी

  • दामोदर नदी

  • सबरी नदी

  • हसदो नदी

  • तवा नदी

  • ताम्रपर्णी नदी

  • सुवर्णरेखा नदी

  • इन्द्रावती नदी

  • ब्रह्मपुत्र नदी

  • बाणगंगा नदी

  • भीमा नदी

  • लूनी नदी

  • पेन्नार नदी

जानकारी

© पानी की कहानी Creative Commons License
All the Content is licensed under a Creative Commons Attribution 3.0 Unported License.

  • Terms
  • Privacy