पानी की कहानी
  • होम
  • जानें
  • रिसर्च
  • संपर्क करें

काली के साथ साथ बदलेगी अंतवाडा की भी तकदीर – छात्रों ने अंतवाडा पहुंचकर ली नदी संरक्षण की शपथ

  • By
  • Raman Kant Raman Kant
  • November-25-2019

काली के उद्धार के साथ साथ ही अंतवाडा गांव की तस्वीर भी बदलने लगी है, अथक प्रयासों से काली की दशा तो संवर ही रही है साथ ही अब लोग अंतवाडा गांव को भी जानने लगे हैं. काली नदी के कारण अंतवाडा गांव भी चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग काली की धारा के साथ साथ गांव का इतिहास आदि जानने की दिशा में भी दिलचस्पी दिखा रहे हैं. गौरतलब है नीर फाउंडेशन के लम्बे समय से किये गए प्रयासों से काली अपने उद्गम स्थल पर जलधारा के रूप में प्रस्फुटित हो चुकी है, जिसे देखने के लिए लोग दूर दूर से रोजाना यहां आ रहे हैं. बहुत से समाजसेवी, रिसर्चर, मीडियाकर्मी, छात्र आदि प्रतिदिन इस जलधारा को देखने आ रहे हैं और साथ ही आस पास के गांववासी भी एकजुट होकर काली कायाकल्प में सहयोग दर्ज करा रहे हैं.


-काली के उद्धार के साथ साथ ही अंतवाडा गांव की तस्वीर भी बदलने लगी है, अथक प्रयासों से काली की दशा तो

काली संरक्षण के साथ साथ होगा अंतवाडा का भी विकास

मुज्जफरनगर से सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. संजीव कुमार बालियान ने सांसद आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत अंतवाडा गांव को गोद लेने की इच्छा जताई है. केंद्रीय मंत्री डॉ. बालियान ने नीर फाउंडेशन के निदेशक रमन कान्त से वार्तालाप करके अंतवाडा को आदर्श ग्राम के रूप में स्थापित करने की बात रखी. साथ ही उन्होंने बताया कि नदी विकास के लिए आमजन की भागीदारी देखते हुए वें इस गांव के विकास के लिए उत्साहित हैं और इसी क्रम में अन्य अहम जानकारियां जुटा रहे हैं. राजधानी दिल्ली में हुयी इस शिष्टाचार मुलाकात के अंतर्गत नदी अभियान से जुडी योजनाओं और भावी कार्यक्रमों की रुपरेखा के लिए चर्चा की गयी.

क्या है सांसद आदर्श ग्राम योजना?

बता दें कि प्रधानमंत्री सांसद आदर्श ग्राम योजना का आरम्भ 11 अक्टूबर, 2014 को हुआ था, जिसमें सांसदों को एक वर्ष के लिए कोई भी एक ग्राम गोद लेकर वहां के विकास कार्यों को बढ़ावा देते हैं. इन बुनियादी विकास कार्यों में कृषि, पशुपालन, कुटीर उद्योग इत्यादि से जुड़े विकास कार्य सम्मिलित हैं. योजना की आवश्यकता, समाज की प्रेरणा और ग्रामवासियों की भागीदारी को देखते हुए ही इस योजना का क्रियान्वन किया जाता है.

डॉ बालियान करेंगे नदी उद्गम क्षेत्र का दौरा

वार्तालाप में केंद्रीय मंत्री डॉ बालियान ने नदी पुत्र रमन कान्त को बताया कि वें जल्द ही काली उद्गम स्थल का निरीक्षण करेंगे और सिंचाई, जल इत्यादि विभाग से जुड़े संबंधित अधिकारियों से भी नदी विकास से जुडी जरुरी चर्चा की जाएगी. नदी विकास कार्य में आ रही अडचनों को दूर करने के लिए भी आवश्यक कार्यवाही करने की बात डॉ बालियान ने रखी.


-काली के उद्धार के साथ साथ ही अंतवाडा गांव की तस्वीर भी बदलने लगी है, अथक प्रयासों से काली की दशा तो

स्कूली छात्रों ने ली नदी संरक्षण की शपथ

नदियां हम सभी के लिए जीवनदायिनी हैं और हमें पूजन सामग्री और कूड़ा-कचरा नदियों में नहीं डालना चाहिए. बच्चों ने एकजुटता से कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि काली नदी की प्रस्फुटित धारा को साक्षात् देखने का अवसर हमें मिला और भविष्य में नदियों को संरक्षित रखने के लिए जितने प्रयास हम से हो सकेंगे हम करेंगे.

छात्रों ने नदी उद्गम स्थल पर पहुंचकर जब इस तरह के प्रेरणादायक विचार साझा किये तो लगा कि नदियों और प्रकृति का भविष्य इन नन्हें हाथों में बेहद सुरक्षित है. नदी को खोया स्वरुप लौटने के क्रम में छात्र भी अपना सहयोग दर्ज कराने के लिए उत्साहित हैं, पर्यावरण और प्रकृति के प्रति छात्रों के मन में अपनत्व व जिज्ञासा पैदा करने के उद्देश्य से बहुत से स्कूल बच्चों को नदी की धारा दिखाने के लिए ला रहे हैं. इसी क्रम में कंकरखेडा स्थित तक्षशिला पब्लिक स्कूल के छात्र भी नदी से मिलने आयें, छात्रों की इस टोली ने काली नदी को अविरल और स्वच्छ बनाने की शपथ लेते हुए अपनी बोतल का पानी नदी में गिराया.


-काली के उद्धार के साथ साथ ही अंतवाडा गांव की तस्वीर भी बदलने लगी है, अथक प्रयासों से काली की दशा तो

हमसे ईमेल या मैसेज द्वारा सीधे संपर्क करें.

क्या यह आपके लिए प्रासंगिक है? मेसेज छोड़ें.

More

  • आदि बद्रीबांध निर्माण को लेकर हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में हुआ समझौता - सरस्वती को मिलेगा पुनर्जीवन

  • Raman River Rejuvenation Model

  • पानी की कहानी - क्रिसमस डे के मौके पर मोहम्मदी क्षेत्र में विवेकानंद घाट पर चलाया गया स्वच्छता अभियान

  • हसदेव अरण्य कोयला खनन - उद्योग, आर्थिक विकास आवश्यक लेकिन क्या जीवनदायक जंगल, साफ पानी, ताजी हवा जरूरी नहीं

  • पानी की कहानी - नीम नदी को पुनर्जीवन देने के भागीरथ प्रयास हुए शुरू

  • पानी की कहानी - नर्मदा निर्मलता से जुड़े कुछ विचारणीय सुझाव

  • पानी की कहानी - हिंडन नदी : एक परिचय

  • Exhibition and Workshop on Urban Water System in Gurgaon: Pathways to Sustainable Transformation Event

  • नेशनल वाटर कांफ्रेंस एवं "रजत की बूँदें" नेशनल अवार्ड ऑनलाइन वेबिनार 26 जुलाई 2020 Event

  • पानी की कहानी - लॉक डाउन के नियमों का उल्लंघन करते हुए जारी है यमुना नदी से अवैध खनन

  • Acute Encephalitis Syndrome Reduction through Promotion of Environmental Sanitation and Safe Drinking Water Practices

  • पचनदा बांध परियोजना - डैम प्रोजेक्ट पूरा होने से बीहड़ांचल को मिलेगा धार्मिक महत्त्व, बनेगा पर्यटन केंद्र

  • पानी की कहानी - हिंडन को प्रदूषण मुक्त करने के लिए एनजीटी ने शुरू किये प्रयास, पर्यावरण विशेषज्ञों ने जन सहभागिता को बताया अहम

  • मनियारी नदी - शहर भर के कचरे का डंपिंग स्टेशन बनती एक सदानीरा नदी की कहानी

  • पानी की कहानी - कचरा डंपिंग ने भूगर्भीय जल को बना दिया विषैला, सरकार को नियम बनाने में लग गए 49 साल

  • खारुन नदी - जहरीली होती जा रही है रायपुर की जीवन रेखा खारुन नदी, समय रहते संरक्षण जरुरी

  • पहुज नदी - धीरे धीरे मर रही एक प्राचीन नदी की कहानी

  • कंडवा नदी – समाज और प्रशासन की अवहेलना झेल रही कंडवा की कब बदलेगी तस्वीर?

  • उल्ल नदी - औद्योगिक प्रदूषण, सीवेज और अवैध अतिक्रमण से जूझ रही है शारदा की यह सहायक

  • कठिना नदी - विभिन्न स्थानों पर सूख गयी है गोमती की यह प्रमुख सहायक

  • पानी की कहानी - बिहार जल प्रदूषण के बीच हर घर शुद्ध जल के सरकारी दावों की योजना

  • अरवरी नदी - सामुदायिक संकल्पों से पुनर्जीवित हुयी एक मृत नदी की कहानी

  • पानी की कहानी - गंगा संरक्षण आवश्यक, फिर गंगा बेसिन की सहायकों, जलाशयों, भूगर्भीय जल स्त्रोतों की अनदेखी क्यों?

  • पानी की कहानी - अटल भूजल योजना के जरिये घर घर पानी पहुँचाने का मोदी सरकार का मिशन

  • पानी की कहानी - गाज़ियबाद में हिंडन को स्वच्छ करने का अभियान, नालों के पानी को साफ़ करने के लिए बनेगा ट्रीटमेंट प्लांट

  • दाहा नदी - लुप्त होने की कगार पर है सीवान जिले की जीवनरेखा, संरक्षण के प्रयास जरुरी

  • फल्गु नदी - अतिक्रमण और प्रदूषण की मार झेल रही है आस्था की प्रतीक रही फल्गु नदी

  • भैंसी नदी - विगत एक दशक से सूखी पड़ी है गोमती की यह सहायक

  • प्रदूषण कर रहा है हमारे वायु, आहार और जल को विषाक्त - माइक्रोफारेस्ट बनाकर धरती को दे सकते हैं पुनर्जीवन

  • पानी की कहानी - मर रही हैं हमारी बारहमासी नदियां, पारिस्थितिक और सांस्कृतिक संवर्धन जरुरी

  • प्राकृतिक जल स्त्रोतों के लिए धीमा जहर है प्लास्टिक – समय रहते बचाव जरुरी

  • पानी की कहानी - गाज़ियाबाद, गौतमबुद्धनगर और सहारनपुर जिले बना रहे हैं हिंडन को बीमार

  • पानी की कहानी- मानक से अधिक हो रहा कीटनाशक का इस्तेमाल, नाले के जहरीले पानी से 25 भैंसो की मौत

  • पानी की कहानी- यमुना के पश्चिमी तट के बाद पूर्वी तट का होगा सौन्दर्यीकरण

  • पानी की कहानी - गायब हो रहा है गोमुख ग्लेशियर, खतरे में गंगा का अस्तित्व

  • पानी की कहानी - मनरेगा फंड से होगा नदियों का पुनर्रूद्धार

  • गगास नदी

  • विनोद नदी

  • दामोदर नदी

  • सबरी नदी

  • हसदो नदी

  • तवा नदी

  • ताम्रपर्णी नदी

  • सुवर्णरेखा नदी

  • इन्द्रावती नदी

  • ब्रह्मपुत्र नदी

  • बाणगंगा नदी

  • भीमा नदी

जानकारी

© पानी की कहानी Creative Commons License
All the Content is licensed under a Creative Commons Attribution 3.0 Unported License.

  • Terms
  • Privacy