पानी की कहानी
  • होम
  • जानें
  • रिसर्च
  • संपर्क करें

पूर्वी काली नदी - नदी सेवा : काली नदी की सफाई में श्रमदान हेतु आप सादर आमंत्रित हैं

  • By
  • Raman Kant Raman Kant
  • September-27-2018

काली नदी सफाई हेतु जुटेंगे ग्रामीण - दो अक्टूबर से प्रारम्भ होगा सफाई कार्य

नीर फाउंडेशन पिछले करीब एक दशक से गंगा की प्रमुख सहायक नदी काली पूर्वी के सुधार हेतु प्रयासरत है। यह नदी मुजफ्फरनगर जनपद से प्रारम्भ होकर मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, एटा फरूर्खाबाद, कासगंज तथा अंत में कन्नौज जनपद में जाकर गंगा नदी में समाहित हो जाती है। इस नदी की कुल लम्बाई करीब 500 किलोमीटर है तथा इसके दोनों ओर करीब 1200 गांव बसे हुए हैं।

नीर फाउंडेशन द्वारा रिसर्च एण्ड रिलीफ सहित विभिन्न संगठनों के सहयोग से आगामी एक अक्टूबर से नदी सफाई का वृहद कार्यक्रम प्रारम्भ करने जा रहा है। इस कार्यक्रम को पांच चरणों में विभाजित किया गया है। नदी सेवा का यह पहला चरण होगा। पहले चरण में किला परीक्षितगढ़ रोड़ पर भावनपुर-गांवड़ी के निकट काली नदी की सफाई का कार्य प्रारम्भ किया जाएगा। प्रत्येक चरण में सफाई हेतु नदी की दूरी पांच किलोमीटर तय की गई है। काली नदी को लेकर दो स्तरों से कार्य प्रारम्भ किया जा रहा है। पहले स्तर में उद्गम स्थल मुजफ्फरनगर जनपद के अंतवाड़ा गांव में करीब 150 हेक्टेयर की झील का निर्माण करना व मुजफ्फरनगर जनपद में नदी की कुल दूरी 14 किलोमीटर को साफ करना है, जबकि दूसरे स्तर में मेरठ जनपद में नदी के प्रारम्भ से लेकर मेरठ की सीमा से नदी के बाहर निकलने तक करीब 25 किलोमीटर की दूरी का साफ करना है। एक अक्टूबर से प्रारम्भ हो रहे नदी सफाई के इस कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संगठनों, किसानों, छात्रों व विषय विशेषज्ञ शामिल होंगे। यह कार्यक्रम स्थानीय प्रशासन के सहयोग से प्रारम्भ किया जाएगा।

गौरतलब है कि नीर फाउंडेशन द्वारा डब्ल्यू डब्ल्यू एफ के सहयोग से नदी का तकनीकी अध्ययन किया जा चुका है। इस अध्ययन को तत्कालीन केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा सुधार मंत्राल की मंत्री सुश्री उमा भारती को सौंपा गया था। उस रिपोर्ट के आधार पर ही इसको नमामि गंगे योजना में शामिल किया गया था। इसके अतिरिक्त नदी किनारे के गांवों में भूजल के प्रदूषित हो जाने के परिणामरूपरूप वहां पनप रही गंभीर जानलेवा बीमारियों का एक सर्वे कराकर पूर विषय को माननीय राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के समक्ष रखा गया था। माननीय राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण ने सरकार को आदेशित किया था कि नदी किनारे के सभी गांवों के हैण्डपम्पों के पानी के नमूनों का परीक्षण कराकर प्रदूषित पानी देने वाले हैण्डपम्पों को उखाड़ कर गांव में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था की जाए। नदी के उद्गम पर झील बनाने की पहल भी संगठन द्वारा जुलाई माह में प्रारम्भ की गई थी।

दो अक्टूबर से प्रारम्भ होने वाले नदी सेवा के कार्य में उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व डीजीपी श्री आर एन सिंह, मेरठ के सांसद श्री राजेन्द्र अग्रवाल, किठौर विधायक श्री सत्यवीर त्यागी, लोकदल के जिलाध्यक्ष श्री राहुल देव, रिसर्च एण्ड रिलीफ सोसाइटी के निदेशक श्री नवीन प्रधान, गांव-100 समूह के श्री राजीव त्यागी, नेहरू युवा केंद्र, सेवा भारती, नारायण फाउंडेशन, कदम फाउंडेशन, सारथी सोसाइटी, अरूणोदय, सिविल डिफेंस, आर्य समाज, शांतिकुन्ज, रोटरी क्लब, बीडीएस इंस्टीटयूट के छात्रों सहित बड़ी संख्या में गांवड़ी, छिलौरा, भावनपुर व औरंगाबाद आदि गांवों के किसान व स्वयं सेवक भाग लेंगे। 

नदी सेवा की खास बातें :

1. एक अक्टूबर से लगातार चलेगा सफाई कार्यक्रम

2. मुजफ्फरनगर से हापुड़ की सीमा में प्रवेश करने तक नदी सफाई का होगा प्रयास

3. सरकार व नेशनल गंगा विकास प्राधिकरण के नुमाइंदे होंगे शामिल

4. सरकार व समाज के सामुहिक प्रयास से होगा कार्य

5. किसान, सामाजिक कार्यकर्ता व छात्र होंगे शामिल

6. पांच चरणों में होगा कार्य पूर्ण

7. पहले चरण में पांच किलोमीटर नदी की होगी सफाई

 

(रमन कान्त त्यागी)

निदेशक (नीर फाउंडेशन)

9411676951

काली नदी सफाई हेतु
जुटेंगे ग्रामीण - दो अक्टूबर से प्रारम्भ
होगा सफाई कार्यनीर फाउंडेशन पिछले
क

हमसे ईमेल या मैसेज द्वारा सीधे संपर्क करें.

इस इवेंट में आरएसवीपी करें

More

  • पानी की कहानी - क्रिसमस डे के मौके पर मोहम्मदी क्षेत्र में विवेकानंद घाट पर चलाया गया स्वच्छता अभियान

  • हसदेव अरण्य कोयला खनन - उद्योग, आर्थिक विकास आवश्यक लेकिन क्या जीवनदायक जंगल, साफ पानी, ताजी हवा जरूरी नहीं

  • पानी की कहानी - नीम नदी को पुनर्जीवन देने के भागीरथ प्रयास हुए शुरू

  • पानी की कहानी - नर्मदा निर्मलता से जुड़े कुछ विचारणीय सुझाव

  • पानी की कहानी - हिंडन नदी : एक परिचय

  • Exhibition and Workshop on Urban Water System in Gurgaon: Pathways to Sustainable Transformation Event

  • नेशनल वाटर कांफ्रेंस एवं "रजत की बूँदें" नेशनल अवार्ड ऑनलाइन वेबिनार 26 जुलाई 2020 Event

  • पानी की कहानी - लॉक डाउन के नियमों का उल्लंघन करते हुए जारी है यमुना नदी से अवैध खनन

  • Acute Encephalitis Syndrome Reduction through Promotion of Environmental Sanitation and Safe Drinking Water Practices

  • पचनदा बांध परियोजना - डैम प्रोजेक्ट पूरा होने से बीहड़ांचल को मिलेगा धार्मिक महत्त्व, बनेगा पर्यटन केंद्र

  • पानी की कहानी - हिंडन को प्रदूषण मुक्त करने के लिए एनजीटी ने शुरू किये प्रयास, पर्यावरण विशेषज्ञों ने जन सहभागिता को बताया अहम

  • मनियारी नदी - शहर भर के कचरे का डंपिंग स्टेशन बनती एक सदानीरा नदी की कहानी

  • पानी की कहानी - कचरा डंपिंग ने भूगर्भीय जल को बना दिया विषैला, सरकार को नियम बनाने में लग गए 49 साल

  • खारुन नदी - जहरीली होती जा रही है रायपुर की जीवन रेखा खारुन नदी, समय रहते संरक्षण जरुरी

  • पहुज नदी - धीरे धीरे मर रही एक प्राचीन नदी की कहानी

  • कंडवा नदी – समाज और प्रशासन की अवहेलना झेल रही कंडवा की कब बदलेगी तस्वीर?

  • उल्ल नदी - औद्योगिक प्रदूषण, सीवेज और अवैध अतिक्रमण से जूझ रही है शारदा की यह सहायक

  • कठिना नदी - विभिन्न स्थानों पर सूख गयी है गोमती की यह प्रमुख सहायक

  • पानी की कहानी - बिहार जल प्रदूषण के बीच हर घर शुद्ध जल के सरकारी दावों की योजना

  • अरवरी नदी - सामुदायिक संकल्पों से पुनर्जीवित हुयी एक मृत नदी की कहानी

  • पानी की कहानी - गंगा संरक्षण आवश्यक, फिर गंगा बेसिन की सहायकों, जलाशयों, भूगर्भीय जल स्त्रोतों की अनदेखी क्यों?

  • पानी की कहानी - अटल भूजल योजना के जरिये घर घर पानी पहुँचाने का मोदी सरकार का मिशन

  • पानी की कहानी - गाज़ियबाद में हिंडन को स्वच्छ करने का अभियान, नालों के पानी को साफ़ करने के लिए बनेगा ट्रीटमेंट प्लांट

  • दाहा नदी - लुप्त होने की कगार पर है सीवान जिले की जीवनरेखा, संरक्षण के प्रयास जरुरी

  • फल्गु नदी - अतिक्रमण और प्रदूषण की मार झेल रही है आस्था की प्रतीक रही फल्गु नदी

  • भैंसी नदी - विगत एक दशक से सूखी पड़ी है गोमती की यह सहायक

  • प्रदूषण कर रहा है हमारे वायु, आहार और जल को विषाक्त - माइक्रोफारेस्ट बनाकर धरती को दे सकते हैं पुनर्जीवन

  • पानी की कहानी - मर रही हैं हमारी बारहमासी नदियां, पारिस्थितिक और सांस्कृतिक संवर्धन जरुरी

  • प्राकृतिक जल स्त्रोतों के लिए धीमा जहर है प्लास्टिक – समय रहते बचाव जरुरी

  • पानी की कहानी - गाज़ियाबाद, गौतमबुद्धनगर और सहारनपुर जिले बना रहे हैं हिंडन को बीमार

  • पानी की कहानी- मानक से अधिक हो रहा कीटनाशक का इस्तेमाल, नाले के जहरीले पानी से 25 भैंसो की मौत

  • पानी की कहानी- यमुना के पश्चिमी तट के बाद पूर्वी तट का होगा सौन्दर्यीकरण

  • पानी की कहानी - गायब हो रहा है गोमुख ग्लेशियर, खतरे में गंगा का अस्तित्व

  • पानी की कहानी - मनरेगा फंड से होगा नदियों का पुनर्रूद्धार

  • गगास नदी

  • विनोद नदी

  • दामोदर नदी

  • सबरी नदी

  • हसदो नदी

  • तवा नदी

  • ताम्रपर्णी नदी

  • सुवर्णरेखा नदी

  • इन्द्रावती नदी

  • ब्रह्मपुत्र नदी

  • बाणगंगा नदी

  • भीमा नदी

  • लूनी नदी

  • पेन्नार नदी

जानकारी

© पानी की कहानी Creative Commons License
All the Content is licensed under a Creative Commons Attribution 3.0 Unported License.

  • Terms
  • Privacy