जो बदलाव आप दुनिया में देखना चाहते हैं,
वह पहले स्वयं में लायें...!! (महात्मा गाँधी)
ऐसे ही सहज, सरल किन्तु स्पष्ट विचारों के प्रणेता हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का आज 151वां जन्मदिवस है. बापू बस एक नाम नहीं हैं, अपितु वह स्वयं में एक परिपूर्ण विचारधारा हैं, जो किसी भी व्यक्ति के जीवन को बदलने की क्षमता रखते हैं. उनके विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने आज से 100 वर्ष पूर्व हुआ करते थे, जब उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ स्वाधीनता की लडाई छेड़ी हुई थी. मेरे विचारों में हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का सम्पूर्ण जीवन ही एक मिसाल रहा है, जिससे हमने बहुत सा ज्ञान अर्जित किया है, आज भी उनसे कुछ न कुछ नया सीख रहे हैं और भावी पीढ़ी के लिए भी उनके आदर्श एक उदाहरण के तौर पर उपस्थित रहेंगे.
भारत की स्वतंत्रता और असहाय वर्गों को न्याय दिलाने की दिशा में उन्होंने खिलाफत आन्दोलन, असहयोग आन्दोलन, स्वराज और नमक सत्याग्रह, हरिजन आंदोलन, अंग्रेजों भारत छोड़ो आन्दोलन, स्वदेशी आंदोलन आदि के जरिये एक क्रांति उत्पन्न की, जो हमें परतंत्रता से मुक्ति की ओर लेकर गयी. साथ ही समाज में सभी को समान कहने वाले और हरिजन की उपाधि देने वाले तो केवल बापू जैसे ही व्यक्तित्व हो सकते हैं, जिनका सम्मान हम सभी हार्दिक तौर पर करते हुए उनके जन्मदिवस पर मंगल कामनाएं प्रकट करते हैं.
आज बापू के विचारों पर चलते हुए हम राष्ट्रवादी पार्टी के गण अपने देश को एक सूत्रीय धागे में पिरोने के लिए कटिबद्धता से प्यास कर रहे हैं. देश के नौजवानों को जागरूक करेंगे, आंदोलन छेड़ेंगे, मुहिम छेड़ेंगे, एक नारे के साथ कि, "न जातिवादी, न धर्मवादी..हम हैं राष्ट्रवादी." और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के एक समान भारत के स्वप्न को पूरा करते हुए उन्नति की ओर उन्मुख होंगें. इन्हीं शब्दों के साथ "जय हिन्द..जय भारत."
शिव प्रताप सिंह पवार
राष्ट्रीय अध्यक्ष (राष्ट्रवादी शक्ति पार्टी)