संक्षिप्त परिचय –
पूर्वी भारत में बहने वाली तीस्ता नदी को सिक्किम राज्य की जीवनरेखा के रूप में जाना जाता है. भारत के अलावा यह नदी बांग्लादेश में भी बहती है. तीस्ता नदी का उद्गम ‘लहमो’ नामक झील से होता है. यह सिक्किम के अलावा पश्चिम बंगाल राज्य में प्रवाहित होती है. सिक्किम की काफी अधिक जनसंख्या प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से तीस्ता नदी पर निर्भर है. तीस्ता ब्रह्रमपुत्र नदी जिसे बांग्लादेश में जमुना के नाम से जाना जाता है कि सहायक नदी है, जो कि बांग्लादेश पहुंचकर इससे मिलती है.
तीस्ता की यात्रा –
तीस्ता नदी प्रमुख रूप से सिक्किम, दार्जिलिंग व पश्चिम बंगाल के अन्य उत्तरी जिलों में बहती है. शिवालिक की पहाड़ियों से उतरने के बाद पश्चिम बंगाल के कई जिलों में बहते हुए तीस्ता बांग्लादेश में प्रवेश करती है, जहां रंगपुर नामक स्थान से कुछ दूरी पर यह ब्रह्मपुत्र (जमुना) नदी में समाहित हो जाती है. रांगपो नदी तीस्ता की प्रमुख सहायक नदी है, जो कि इसके मार्ग में इससे आकर मिलती है.
तीस्ता जल समझौता –
भारत व बांग्लादेश के बीच बहने वाली तीस्ता नदी के जल को लेकर दोनों देशों के बीच 1983 में एक समझौता हुआ था, जिसे तीस्ता जल समझौते के रूप में जानते हैं. यह समझौता लम्बे समय से विवाद का विषय भी बना हुआ है. जिसके अंतर्गत 39 व 36 प्रतिशत जल के वितरण की संधि हुई थी. इसके बाद 2013 में यूपीए की सरकार के समय दोनों देशों के बीच 18 वर्षों तक 50-50 प्रतिशत जल के बंटवारे को लेकर समझौता हुआ. किन्तु पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सिंचाई के जल की कमी को लेकर इस संधि का विरोध किया, तब से यह मामला और अधिक विवादास्पद बन चुका है.