संक्षिप्त परिचय -
पश्चिमी घाट से निकलने वाली नदियों में से एक कोयना नदी दक्षिण भारत में बहने वाली एक प्रमुख नदी है. यह नदी मुख्य रूप से महाराष्ट्र में बहती है तथा राज्य की जीवनरेखा के रूप में जानी जाती है. नदी का उद्गम प्रसिद्ध तीर्थस्थल ‘महाबलेश्वर’ की पर्वत श्रेणियों से होता है. कोयना नदी कृष्णा नदी की सहायक नदी है, जो कि महाराष्ट्र के सतारा में कृष्णा नदी में समाहित हो जाती है.
कोयना का सफ़र –
अपने लगभग 130 कि.मी. के छोटे से सफ़र में कोयना नदी महाराष्ट्र राज्य की सीमा में ही बहती है. महाबलेश्वर की पहाड़ी से उतरकर प्रदेश के कई जिलों में प्रवाहित होते हुए कोयना सतारा जिले के कराड में कृष्णा नदी में जाकर मिल जाती है, जो कि आगे चलकर बंगाल की खाड़ी में विलीन हो जाती है. कोयना के सफ़र में ओरंगा नामक स्थानीय नदी इससे आकर मिलती है, यह कोयना नदी की प्रमुख सहायक नदी के रूप में जानी जाती है. वहीं सतारा में ही कोयना का इसकी अन्य सहायक नदियों सोलह व कंडोट से भी संगम होता है.
प्रमुख बांध –
सतारा जिले के कोननगर नामक स्थान पर कोयना नदी पर ‘शिवसागर’ जलाशय बना हुआ है, जिसे कोयना बांध जलाशय के रूप में भी जानते हैं. इस जलाशय के किनारे कोयना अभ्यारण्य भी बना हुआ है, जो कि क्षेत्र के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है. इस पार्क में कई प्रकार के वन्य जीव संरक्षित हैं.